Thursday 4 March 2021

समय









हम सब चाहते है बराबरी 

इसकेलिए  लड़ाई  भी करने तैयार 

तदापि , एक चीज़ है जो मिलता सबको बराबर  

किसी लड़ाई बिना ...


समय! न किसी को मिलता  कम,  या किसी को  ज़्यादा 

मिलता है बराबर , पर इस्तेमाल क्या  करते सब  बराबर ?

वही २४ घंटे , किसीको बहुत और किसीको कम पड़ते 

फलस्वरूप कोई बनता विजयी, सफल और कोई असफल  


तो बंद करो सोचना,  कि "मेरा समय आएगा , मेरा समय आएगा " 

पहले की तरह, समय थे , है और रहेगा

आने वाले कल का  मत  सोच ! 

आज , इस पल का  सदुपयोग कर  

और विजयी भव!

राजीव मूतेडत

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